The Greatest Guide To best hindi story

गांव के लोग भी बिना डरे उस वृक्ष के नीचे जाने लगे।

(एक) खजूर के वृक्षों की छोटी-सी छाया उस कड़ाके की धूप में मानो सिकुड़ कर अपने-आपमें, या पेड़ के पैरों तले, छिपी जा रही है। अपनी उत्तप्त साँस से छटपटाते हुए वातावरण से दो-चार केना के फूलों की आभा एक तरलता, एक चिकनेपन का भ्रम उत्पन्न कर रही है, यद्यपि अज्ञेय

चिट्ठी-डाकिए ने दरवाज़े पर दस्तक दी तो नन्हों सहुआइन ने दाल की बटली पर यों कलछी मारी जैसे सारा कसूर बटुली का ही है। हल्दी से रँगे हाथ में कलछी पकड़े वे रसोई से बाहर आई और ग़ुस्से के मारे जली-भुनी, दो का एक डग मारती ड्योढ़ी के पास पहुँची। “कौन है रे!” शिवप्रसाद सिंह

आज उसने अपना कवच नहीं पहना था। जिसके कारण काफी चोट जोर से लग रही थी।

उसकी मां अपने लंबे से सूंढ़ में लपेट कर चिंटू को जमीन पर ले आती है।

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The novel delves into themes including gender inequality, social reform, and The search for personal freedom. This Hindi fiction ebook is celebrated for its practical portrayal of figures and its social commentary. The narrative skillfully addresses the complexities of Indian Modern society, shedding light-weight around the oppression confronted by Women of all ages and the necessity for social transformation.

संत से कहा – आप जानते हैं बिच्छू का स्वभाव नुकसान पहुंचाने का होता है।

कहानी गद्य की सर्वाधिक लोकप्रिय विधा है। यह मानव-सभ्यता के आरंभ से ही किसी न किसी रूप में विद्यमान रही है। भारतीय परंपरा में इसका मूल ‘कथा’ में है। आधुनिक संदर्भों में इसका अभिप्राय अँग्रेज़ी के ‘शॉर्ट स्टोरी मूवमेंट’ से प्रभावित कहानी-परंपरा से है। इसका मुख्य गुण यथार्थवादी दृष्टिकोण है। हिंदी में कहानी का आरंभ अनूदित कहानियों से हुआ, फिर ‘सरस्वती’ पत्रिका के प्रकाशन के साथ मौलिक कहानियों का प्रसार बढ़ा। हिंदी कहानी के विकास में प्रेमचंद का अप्रतिम योगदान माना जाता है। प्रेमचंदोत्तर युग में जैनेंद्र, यशपाल सरीखे कहानीकारों ने नई परंपराओं का विस्तार किया। स्वातंत्र्योत्तर युग में नए वादों, विमर्शों और आंदोलन के साथ हिंदी कहानी और समृद्ध हुई।

जब बच्चे गिरने लगते चुनमुन उन्हें अपने get more info पीठ पर बैठा लेती। फिर उड़ने के लिए कहती।

एक दिन जब रामकृष्ण परमहंस गांव लौट कर आए।

The poet employs a novel blend of philosophical insights, vivid imagery, and rhythmic verses to create a work that resonates with visitors, making this a timeless and celebrated bit of Hindi literature. The poem has acquired prevalent acclaim for its depth, universal themes, and also the lyrical magnificence of its verses, developing Harivansh Rai Bachchan as Among the most influential poets in Indian literature.

दोनों बकरियां घास को खाकर खुश रहती थी।

लेकिन ख़ुद सोचें कि क्या इसी कहानी में यह वाक्य कमतर था :

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